ऑफिस में सीढ़ियों के लिए वास्तु टिप्स
ऑफिस में बनी सीढियां उन्नति का संकेत होती है। यहीं से हमारी तरक्की के रास्ते की शुरुआत होती है। इसलिए सीढ़ियों के निर्माण करने से पूर्व वास्तु के नियमों को अच्छी तरह से जांच परख लेना चाहिए। ताकि किसी प्रकार की वास्तु त्रुटि न होने पाएं।
ऑफिस में बनी सीढ़ियां व्यापार में आने वाले उतार-चढ़ाव से सीधा संबंध रखती है। यदि सीढ़िया गलत जगह पर बन जाती है। तो ऑफिस की खुशियों में ग्रहण लग सकता है।
जब आप अपने ऑफिस या फिर कंपनी का निर्माण करवा रहे होते है। उस समय आपको वास्तु के सीढियों के नियमों का पालन करना बहुत ही जरुरी होता है। इससे आपको आर्थिक लाभ होने के साथ सफलता की पूरी संभावना होती है। सीढ़ियों को बनवाते वक्त यदि आपने नीचे दिए गये सभी नियमों को सावधानी पूर्वक फॉलो किया है। तो आपको किसी भी प्रकार की परेशानी नही होगी।
ऑफिस निर्माण के पूर्व सबसे पहले ध्यान दिया जाता है। कि सीढ़ियों की जगह कहां पर होगी। यदि ऑफिस में सीढ़िया वास्तु अनुसार उचित दिशा में बनी है। तो ऑपिस में धन-संपदा का हमेशा वास रहता है। और आर्थिक स्थिति में निरंतर मजबूती बनी रहती है।
सीढ़ियों के नीचे क्या-क्या नही रखना चाहिए ?
- सीढियों के नीचे कभी भी भूलकर सिलेंडर, जूता चप्पल का स्टैंड या फिर किसी प्रकार की कबाड की वस्तुएं न एकात्रित करें।
- सीढ़ियों के नीचे पूजाघर, बाथरुम, टॉयलेट , किचन नही बनवाना चाहिए।
- टूटी सीढ़ियां नही होनी चाहिए। यदि ऐसा है तो जल्दी से उनकी मरम्मत करवा देना चाहिए। यदि सीढ़िया टुटती है । तो यह आपके व्यायापार को प्रभावित कर सकती है। और व्यायापार में घाटे का सौदा करना पड़ सकता है।
- सीढियों के नीचे अंधेरा नही होना चाहिए । वहां पर रोशनी की व्यवस्था होनी चाहिए।
- पहली और अंतिम सीढी में हरे रंग का डोरमैट भी रख सकते हैं।
सीढ़ियों में कौन सा कलर करना चाहिए?
सीढियों के कलर का चयन करते समय ध्यान देना चाहिए। कि इनका कलर सदैव सफेद या क्रीम ही रखें। सीढियों के संग वाली दीवार में लाल कलर का स्वस्तिक लगा सकते है।
सीढ़ियों के लिए वास्तु के विशेष नियम जिनका पालन हर किसी को करना चाहिए –
- सीढ़िया ब्रह्मा स्थान में नही होनी चाहिए।
- सीढ़ियां उत्तर-पूर्व में नही होनी चाहिए।
- सीढ़ियों की संख्या 2,5,8,11,14,17,23,26 होनी चाहिए। यह एक फ्लोर की संख्या है।
- सीढ़िया राइजर क्रम में होनी चाहिए।
- सीढ़ियां हमेशा घड़ी की दिशा क्लांक बाइज होनी चाहिए। यदि ऐसी नही है तो ऑफिस के कर्मचारियों में डिप्रेशन की समस्या का शिकार हो सकते हैं।
- सीढ़िया पूर्व से लेकर उत्तर के बीच में नही होनी चाहिए।
- पहली सीढ़ी चढ़ते समय मुंह हमेशा दक्षिण या पश्चिम की ओर होना चाहिए।
- सीढ़िया दक्षिण-पश्चिम (SW) के कॉर्नर में नही होनी चाहिए।
- उत्तर पूर्व की दीवार से सटकर सीढ़ियां नही होनी चाहिए।
- सीढ़ियों के नीचे मंदिर, स्टोररुम, टॉयलेट, किचिन, फाइल्स स्टोरेज, अग्गियंत्र, प्रवेश द्वार इत्यादि नही होना चाहिए।
वास्तु विद् - रविद्र दाधीच (को-फाउंडर वास्तुआर्ट)