ऑफिस के लिए दीवार के रंग चुनते वक्त इन वास्तु टिप्स को रखें ध्यान
दिशाओं के दिक्पाल के अनुसार ही रंगों का निर्धारण करना चाहिए। प्रत्येक दिशा पर किसी न किसी ग्रह, देवता और प्रकृति के तत्व का प्रभाव व प्रभुत्व होता है। और वास्तु शास्त्र कहता है कि हर तत्व का अपना रंग होता है। इसलिए दिशा तथा दिग्पाल के अनुरूप रंग का चयन करने से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं।
रंगों का लोगों पर महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है। इस बात की पुष्टि बहुत सारे शोध, अध्ययन एवं सर्वे कर चुके है। ऑफिस एक ऐसी जगह है जहां व्यक्ति अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा व्यतीत करता है। इसलिए, ऑफिस में रंगों का उचित संतुलन होना, तरोताजा महसूस करना और शांति से जीना महत्वपूर्ण है।
रंगों का चयन दिशा अनुरूप या प्रतिकूल होने से मालिक के साथ-साथ ऑफिस के कर्मचारियों के पेशेवर विकास में सहायक या बाधा उत्पन्न कर सकता है। रंगों का गलत चयन लगातार नुकसान और यहां तक कि कानूनी मुद्दों को जन्म दे सकता है। इसलिए, हम यहां वास्तु के अनुसार ऑफिस के रंगों का विवरण दे रहे हैं।
रंग न केवल कमरे की सुंदरता में इजाफा करते हैं, बल्कि वे कलर आधिपत्य स्वामी होने के कारण ब्रह्मांड से सकारात्मक परिणाम भी देते है। गलत रंग चयन से ऑफिस की ऊर्जा क्षीर्ण होने लगती है, इसलिए यह समझना महत्वपूर्ण है, कि ऑफिस के रंग के लिए वास्तु के अनुसार चयनित रंग बेहतर कार्य और वातावरण को बढ़ा सकते हैं और आपको सफलता की राह पर ले जा सकते हैं। ऑफिस के रंग वास्तु नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जाओं को संतुलित करने में मदद करता है।
जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, प्रत्येक दिशा के लिए विशिष्ट रंग हैं जो सकारात्मकता को आमंत्रित करने और क्षेत्र को सक्रिय करने में मदद करते हैं। ये वास्तु रंग नीचे सूचीबद्ध हैं।
- सफेद, ऑफ-व्हाइट या सिल्वर-व्हाइट कलर ऑफिस में किसी भी तरफ कर सकते हैं।
- अगर ऑफिस में ग्रीन शेड लगाना है तो उत्तर दिशा में दीवारों पर हल्के हरे रंग का शेड लगाना चाहिए, जबकि दक्षिण-पश्चिम दिशा की दीवारों पर किसी भी अन्य गहरे नीले रंग का पेंट किया जा सकता है।
ऑफिस की दीवारों के लिए किसी भी रंग का निर्णय लेने से पहले, ऑफिस के रंगों के लिए नीचे दिए गए वास्तु सुझावों पर एक नज़र डालनी चाहिए।
ऑफिस कलर्स के लिए वास्तु टिप्स
वास्तु के अनुसार ऑफिस के लिए सबसे अच्छे रंग हमेशा हल्के रंग होते हैं, लेकिन फिर भी अगर आपको ऑफिस की दीवारों के रंगों में विविधता पसंद है, तो आपको ऑफिस रूम के रंगों के लिए वास्तु शास्त्र का पालन करना होगा।
- यदि ऑफिस के कमरे छोटे हैं तो वास्तु अनुसार हल्के रंग होने चाहिए। हल्के रंग कमरे को बड़ा दिखाते हैं और यह कमरे में सकारात्मकता की गति को बढ़ाते हैं।
- यदि ऑफिस के बड़े कमरे हैं तो विभिन्न प्रकार के रंगों का प्रयोग कर सकते हैं, लेकिन ये रंग वास्तु दिशा-निर्देशों के अनुसार होने चाहिए।
- रंग चुनने से पहले दिशाओं और दिशाओं के दिग्पालों तथा तत्वों का ध्यान देना आवश्यक है। प्रत्येक दिशा के लिए विशिष्ट वास्तु रंग ऊपर दिए गए हैं।
- ईशान कोण में पीला रंग होना चाहिए और वायव्य कोण में हरा रंग अच्छा रहता है।
- हरा रंग नए विचारों के कायाकल्प या ट्रिगर का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए इसे उस ऑफिस में चित्रित किया जाना चाहिए, जहां कोई स्टार्ट-अप कंपनी काम कर रही हो।
- यदि ऑफिस में कई कमरे हैं, तो ऑफिस के कमरों के लिए वास्तुशास्त्र उत्तर-पश्चिम कमरों को हरे रंग से रंगने की सलाह देता हैं।
- ऑफिस के दक्षिण-पश्चिम कमरों में नीले रंग का प्रयोग कर सकते हैं।
- दीवारों की तुलना में छत का कलर सफेद होना चाहिए।
- अकाउंट्स (Accounts) - अकाउंट अग्नि कोण में है, तो लाल रंग के हल्के रंग इस विभाग के लिए उपयुक्त हैं।
- सम्मेलन कक्ष (conference room) को हल्के रंगों जैसे सफेद, क्रीम या पीले रंग से रंगा जाना चाहिए। ऐसे कमरे उत्तर दिशा में होने चाहिए।
- टॉयलेट (Toilets) भी किसी भी ऑफिस का एक हिस्सा हैं और ये उत्तर व पश्चिम में होने चाहिए। इन्हें गोल्ड, खाकी या फिर आईवरी कलर (हाथी के दांत जैसे रंग) से पेंट किया जाना चाहिए।
- पूर्व दिशा में सिन्दूरी, लाल रंग सर्वोत्तम रहता है।
- अग्निकोण में पिंक तथा लाल रंग उत्तम रहता है।
- दक्षिण में भूरा (ब्राउन), सिल्वर होना चाहिए तथा पीला, लाल, गोल्डन का उपयोग नहीं करना चाहिए।
- दक्षिण पश्चिम में हल्का नीला या ग्रे का प्रयोग करें तथा पीला और लाल को छोड़ दें।
- पश्चिम सिल्वर, चमकीला रंग का प्रयोग करें और काला, लाल , हरा और पिंक का प्रयोग न करें।
- उत्तर पश्चिम में पिस्ता और आसमानी रंग का प्रयोग करें।
- ईशान में पीला, सफेद का प्रयोग करना चाहिए तथा नीला रंग राहु का होने की वजह से गुरु को कोने में नही होना चाहिए।
आप भी यदि वास्तु अनुसार अपने ऑफिस को कलर देना चाहते हैं, तो वास्तु शास्त्री रविन्द्र जी दाधीच से संपर्क करें।
वास्तु विद् - रविद्र दाधीच (को-फाउंडर वास्तुआर्ट)