वास्तुशास्त्र एवं ज्योतिष शास्त्र के समायोजन वनस्पति एवं पौधे रोपण में अच्छा रोल अदा करता है। ज्योतिष शास्त्र में कुल ग्रहों की संख्या 9 बताई गई है और नक्षत्रों की सत्ताईस है। अगर किसी की कुंडली में कोई ग्रह परेशान कर रहा हो तो उसके कुप्रभाव से बचने के लिए उन ग्रहों से संबंधित पेड़-पौधें की पूजा और जल देने से सब कुछ ठीक होने लगता है। और वास्तु विज्ञान के अनुसार नवग्रह एवं नक्षत्रों के आधार पर पौधों का ऑफिस में रोपण
ऑफिस में नवग्रह के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए ग्रह के अनुसार इन पौधों का पूजन कर जल अर्पित करें।
इन पौधों को रोपने के बाद यदि आप नीचे दिए गये मंत्र का उच्चारण करते हैं। तो सभी नव ग्रहों के शुभ फल आपको प्राप्त होने लगते है।
ब्रह्मा, विष्णु, महेश, सूर्य, शशि, मंगल भय बाधा हर दो।हे बुध, गुरु, भृगु, राहु, केतु, शनि दुख अनिष्ठ शांत कर दो।।
इन सभी पौधों को इन विशेष नक्षत्रों में रोपने से एवं पेड़-पौधों का पंचोपचार पूजन करके जल अर्पित करने से ऑफिस में आने वाली बाधाओं से रक्षा होती है। साथ ऑफिस मालिक की अनेक मनोकामनाएं भी पूरी होने लगती है।
वास्तु विद् - रविद्र दाधीच (को-फाउंडर वास्तुआर्ट)