वास्तु शास्त्र वस्तुओं और दिशाओं के बीच संयोजन स्थापित करने की एक बेहतरीन कला है, जिसके माध्यम से कोई भी नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जा के बीच संतुलन बनाया जाता है। यहां हम ऑफिस के लाउंज स्थल के लिए सामंजस्यपूर्ण वास्तु का एक संक्षिप्त विश्लेषण प्रस्तुत करते हैं, जो व्यक्तियों के लिए स्थिरता और भाग्य की वृद्धि में मदद करता है। “ऑफिस में रचनात्मक और सहयोगात्मक (टीमवर्क) समर्थन करने की जगह होती है, जिसे हम लाउंज कहते हैं।”
लाउंज जैसे बड़े हाल की शुरुआत प्राचीन रोमनों ने 18वीं शताब्दी की शुरुआत में अपने दरबारियों के आराम करने के उद्देश्य से की थी। लाउंज नाम वाले इस बड़े से हाल में नरम तकियों एवं मलमल की गलिचों का प्रयोग किया जाता था। हांलाकि वास्तु शास्त्र में इससे पहले भी लाउंज की व्यवस्था थी। जिसे रामायण एवं महाभारत में राजाओं एवं मंत्रियों के लिए एकांत वास जैसे कमरे बनाएं जाते थे।
आधुनिक युग में लाउंज का प्रजलन तेजी से बढ़ा है । ऐसे में कंपनियां अपने कर्मचारियों एवं अधिकारियों के तनाव को कम करने तथा उन्हें आराम देने की दृष्टि से लाउंज जैसे बड़े एवं खुले हॉल का निर्माण वास्तु के अनुसार कराते हैं।
पुराने दिनों में आज के दिनों की तुलना में व्यापार और व्यापारी वर्ग बहुत कम थे। इसके अलावा कारोबार ज्यादातर घर से ही किया जाता था। किसान और साहूकार अपना व्यापार घर से ही एक विशेष प्रकार के कमरे से संचालित करते थे। लेकिन आधुनिक समय में ऑफिस की आवश्यकता बढ़ गई है और व्यापार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ काम का स्थान अच्छी तरह से स्थिर और सौभाग्य से भरा होना चाहिए। ऐसे में ऑफिस का लाउंज भी वास्तु के नियमों के आधीन ही बनना चाहिए। ताकि व्यापार में मुनाफे की संभावना सबसे ज्यादा हो।
कार्यालय का लाउंज अब केवल विश्राम करने का स्थान नहीं रह गया है। माडर्न ऑफिसों में, लाउंज एक ऐसा स्थान बनने के लिए विकसित हुए हैं, जहां पर लोग सहयोग करने और विचारों को साझा करने के लिए एक साथ आते हैं। जब आपके पास अच्छा दिमाग से भरा ऑफिस होता है, तो ऑफिस का लाउंज रचनात्मकता का केंद्र हो सकता है, लेकिन आपको ऐसा करने में मदद करने के लिए मंच तैयार करने की आवश्यकता है। यदि आपके लाउंज को एक नया रूप देने का समय है, तो उस रचनात्मक ऊर्जा को गतिशील बनाए रखने में मदद करने के लिए यहां कुछ वास्तु टिप्स दिए गए हैं।
वास्तु एक्सपर्ट लाउंज के कॉमन प्लेस के तौर पर देखते है। यह हमारे ऑफिस के खुले एरिया में बनती है। जहां पर सबसे ज्यादा स्पेस होता है। वहां पर लाउंज बनाने के बारे में विचार किया जाता है। ऑफिस के लाउंज में मीटिंग कर सकते है, गेमिंग की जगह भी दे सकते है , सभाओं का आयोजन भी इस लाउंज में संपन्न कर सकते हैं। फेस्टिवल के मौके में इसी लाउंज में हम इकट्ठा होकर एक दूसरे को बधाई भी दे सकते है और अपनी खुशियां एक दूसरों में बांट सकते हैं। ऑफिस का लाउंज तनाव से बाहर आनेे के लिए एक बेस्ट जगह होती है। जहां पर आप सुकून के पल बिता सकते हैं।
वास्तु के अनुसार ऑफिस के लाउंज में हल्का कलर होना चाहिए। जैसे कि आप अपने लाउंज को सफेद कलर या फिर क्रीम कलर का पेंट दे सकते हैं। मनोविज्ञान में सफेद रंग सकारात्मक प्रतिक्रियाओं में वृद्धि करता है।
ऑफिस का लाउंज सदैव पूर्व तथा ईशान कोण में स्थित होना चाहिए । लाउंज पश्चिम (west), उत्तर (North) तथा वायव्य कोण के मध्य भी हो सकता है।
प्रतिस्पर्धा के इस युग में हर कोई तनाव वाले जीवन से गुजर रहा है। ऐसे में तनाव से कुछ देर के राहत पाने के लिए ऑफिस में ऐसी जगह का चयन किया जाता है, जिससे कर्मचारी कुछ देर के लिए राहत की सांस ले सकें।
वास्तु विद् - रविद्र दाधीच (को-फाउंडर वास्तुआर्ट)